विजय हजारे ट्रॉफी 2019-20 : शानदार खिलाड़ी, सबसे महत्वपूर्ण पल, सबसे बड़ा बयान – यशसवी जायसवाल, मुंबई पर छत्तीसगढ़ की जीत, अभिमन्यु मिथुन

विजय हजारे ट्रॉफी 2019-20 : शानदार खिलाड़ी, सबसे महत्वपूर्ण पल, सबसे बड़ा बयान – यशसवी जायसवाल, मुंबई पर छत्तीसगढ़ की जीत, अभिमन्यु मिथुन

Yashasvi Jaiswal Mumbai India

विजय हजारे ट्रॉफी 2019-20 का समापर हो गया है। शनिवार, 25 अक्टूबर को खेले गए लीग के फाइनल मैच में कर्नाटक ने तमिलनाडु को 60 रनों (वीजेडी नियम) से हराकर चौथी बार विजय हजारे ट्रॉफी अपने नाम की। कर्नाटक के तेज गेंदबाज अभिमन्यु मिथुन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके। इस दौरान उन्होंने शाहरुख खान, एम मोहम्मद और मुरुगन अश्विन को लगातार गेंदों पर आउट कर हैट्रिक पूरी की। आइए नजर डालते हैं इस टूर्नामेंट के कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स पर-

स्टैंडआउट प्लेयर – यशसवी जायसवाल
इस टूर्नामेंट कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने बहुत रन बनाए लेकिन मुंबई के इस खिलाड़ी ने टूर्नामेंट में तूफान मचाया। 17 साल के यशसवी जायसवाल ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ अपना डेब्यू किया और सिर्फ छह मैचों में 3 शतक और एक अर्धशतक पारी खेली। सर्वाधिक रन बनाने वालों की लिस्ट में यशसवी 564 रन बनाकर पांचवे स्थान पर थे।

स्टैंडआउट पल – मुंबई पर छत्तीसगढ़ की जीत
लीग राउंड में मुंबई पर छत्तीसगढ़ की जीत सबसे स्टैंडआउट पल रहा। इस मैच में मुंबई ने छत्तीसगढ़ के सामने 318 रन का लक्ष्य रखा जिसके बाद छत्तीसगढ़ के युवा खिलाड़ी अमनदीप खरे की लाजवाब पारी खेल अपनी टीम को जीत दिलाई। छत्तीसगढ़ की शुरुआत तो अच्छी नहीं थी लेकिन मध्य क्रम के बल्लेबाजों ने संभल कर खेला और निर्धारित ओवर से एक गेंद पहली ही मैच अपने नाम कर लिया। क्वार्टरफाइनल मैच में भी छत्तीसगढ़ ने मुंबई को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।

सबसे बड़ी निराशा- तमिलनाडु और पंजाब का क्वार्टरफाइनल मैच
इस टूर्नामेंट में एक चीज जो सबसे बड़ी निराशा थी वो रहा दूसरा क्वार्टरफाइनल मैच। यह मुकाबला तमिलनाडु और पंजाब की टीम के बीच था। लेकिन बारिश के कारण मैच रद्द करना पड़ा। जिसके बाद बीसीसीआई के एक नियम के आधार पर तमिलनाडु की टीम ने सेमीफाइनल मैच में जगह बनाई। लीग राउंड में तमिलनाडु (9) ने पंजाब (5) से ज्यादा मैचों में जीत हासिल की थी जिसकी बदौलत तमिलनाडु सेमीफाइनल में पहुंचा। लेकिन इस तथ्य पर विचार करें कि तमिलनाडु थे दस टीमों के साथ एक समूह का हिस्सा, जबकि पंजाब के नौ थे, भले ही पंजाब ने अपने सभी खेल जीते हों, फिर भी वे आगे नहीं बढ़े होंगे। अगले सीजन से पहले नियमों को फिर से देखने की जरूरत है।

स्टैंडआउट बयान- अभिमन्यु मिथुन
“अंत में कड़ी मेहनत का फल मिला” – (फाइनल मैच में तमिलनाडु के खिलाफ हैट्रिक लेने के बाद अभिमन्यु मिथुन एक बयान में कहा)