आईपीएल एलिमिनेटर, दिल्ली कैपिटल्स vs सनराइजर्स हैदराबाद, स्टैटिकल प्रीव्यू: ऋषभ, भुवी और अय्यर के नाम बन सकते हैं ये रिकॉर्ड

आईपीएल एलिमिनेटर, दिल्ली कैपिटल्स vs सनराइजर्स हैदराबाद, स्टैटिकल प्रीव्यू: ऋषभ, भुवी और अय्यर के नाम बन सकते हैं ये रिकॉर्ड

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इंडियन प्रीमियर लीग 2019 (आईपीएल) के एलिमिनेटर मैच में बुधवार को दिल्ली कैपिल्टल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच मुकाबला होगा। यह मैच विशाखापट्टनम के डॉ. वाइएस राजशेखरा रेड्डी एडीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। मैच शुरू होने पहले आइए जानते हैं आखिर किन आंकड़ों पर कौन सी टीम हावी पड़ रही है।

स्टैटिकल प्रीव्यू-
दिल्ली कैपिटल्स के लिए यह मैच काफी चुनौती भरा रहने वाला है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक अनुमान निकाला जाए तो दिल्ली का हैदराबाद के खिलाफ जीत-हार का अनुपात 0.556 है। यानी कुल 14 मैचों में दिल्ली ने सिर्फ 5 जीत हासिल की है, जबकि 9 मैच में हार का सामना करना पड़ा है। दिल्ली के लिए हैदराबाद दूसरे नंबर की टीम है, जिसके खिलाफ खराब परफॉर्मेंस करती रही है, जबकि पहले नंबर पर चेन्नई सुपर किंग्स (0.429, 6 जीत, 14 हार) है.

खलील अहमद को सिर्फ एक विकेट की तलाश है, जिससे वह आईपीएल सीजन 12 में कुल 17 से 18 विकेट मिल जाएंगे और फिर मोस्ट विकेट टेकर में यजुवेंद्र चहल को पछाड़कर टॉप-5 गेंदबाजों में शामिल हो जाएंगे। यदि 2 विकेट हासिल करते हैं तो मोहम्मद शमी के साथ लिस्ट में टॉप-4 और यदि 3 विकेट चटका देते हैं तो तीसरे पोजिशन में श्रेयस गोपाल के साथ खड़े हो जाएंगे।

हैदराबाद सनराइजर्स का दिल्ली के खिलाफ जीत-हार का अनुपात 1.8 है। हैदराबाद ने 9 मैच जीता तो 5 मैच हारे भी हैं। यह हैदराबाद का दूसरा बेस्ट आंकड़ा है, सबसे बेस्ट चेन्नई सुपर किंग्स (2.5, 10 जीत, 4 हर) के लिए खेला है।

किसी भी एक सीजन में 500 से ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में दिल्ली की टीम से सिर्फ 2 ही खिलाड़ियों का नाम है, वह है ऋषभ पंत (साल 2018 में 684 रन) और गौतम गंभीर (साल 2018 में 534 रन)। इस बार शिखर धवन (486) और श्रेयस अय्यर (442) के पास मौका है।

दिल्ली की तरफ से 100 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बनने के लिए अमित मिश्रा (95) अब 5 विकेट दूर हैं। मिश्रा के अलावा किसी भी अन्य गेंदबाज ने 45 विकेट से ज्यादा दिल्ली के लिए विकेट नहीं चटकाए हैं। आईपीएल के इतिहास में अमित मिश्रा दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।

दिल्ली ने अभी तक कुल 7 बार प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया है। साल 2012 में दिल्ली ने प्वाइंट टेबल में टॉप भी किया। हालांकि इसी साल क्वालीफायर 1 मैच में कोलकाता से हार मिली थी और दूसरे क्वालीफाइंग मैच में चेन्नई से हारकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

ऋद्धिमान साहा ने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 8 डिसमिसिल (7 कैच, 1 स्टंपिंग) किए हैं। उन्हे सिर्फ एक और विकेट की जरूरत है, जिससे वह पार्थिव पटेल (5 कैच, 3 स्टंपिंग) का रिकॉर्ड तोड़ पाए। इसके बाद हैदराबाद के लिए सिर्फ नमन ओझा (36 कैच और 2 स्टंपिंग) और जॉनी बेयरेस्टो (9 कैच और 2 स्टंपिंग) ही उनसे आगे होंगे।

इस सीजन में दीपक हूडा ने कुल 10 कैच लिए हैं, जबकि विजयशंकर ने 9 कैच पकड़े हैं। हैदराबाद के लिए साल 2018 में सबसे ज्यादा शिखर धवन ने कैच पकड़े थे। जबकि साल 2016 में मॉइसेस हेनरिक्स ने 11 कैच एक सीजन में हैदराबाद के लिए पकड़े थे।

ऋषभ पंत को सिर्फ 12 रन चाहिए दिल्ली से दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बनने के लिए। पहले पोजिशन पर 2174 रन बनाकर वीरेंद्र सहवाग टॉप पोजिशन पर है। ऋषभ अभी 1649 रन बनाकर तीसरे पोजिशन पर है, जबकि दूसरे स्थान पर दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर हैं, जिन्होंने 1660 रन बनाए हैं।

अभी तक दिल्ली के लिए 13 फिफ्टी अय्यर ने बनाए, जबकि ऋषभ के नाम 12 फिफ्टी है। ऋषभ के पास श्रेयस की बराबरी करने का अच्छा मौका है। वहीं बात करें टॉप पोजिशन पर तो यह रिकॉर्ड वीरेंद्र सहवाग के नाम है। दिल्ली के लिए उन्होंने कुल 16 हाफ सेंचुरी लगाई है।

14 रन धवन को चाहिए ताकि वह इस सीजन में 500 रन बनाने वाले 5वें खिलाड़ी बन जाए और 15 रन बनाकर क्विंटन डिकॉक को पार कर जाने के लिए। और यदि धवन 25 रन बना देते हैं तो आंद्रे रसेल को पीछे छोड़ देंगे।

दिल्ली के कप्तान के तौर पर श्रेयस अय्यर का यह 22वां मुकाबला है। इस मैच को खेलने के बाद से वह जहीर खान की बराबरी कर लेंगे। दिल्ली के लिए सबसे ज्यादा कप्तानी करने वाले खिलाड़ी सिर्फ वीरेंद्र सहवाग (52) ही रहे हैं।

हैदराबाद के लिए सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ियों में भुवनेश्वर कुमार का नाम आ जाएगा। भुवी कुल 85 मैच खेल लेंगे, अभी तक यह रिकॉर्ड धवन (85) के नाम था।