क्रिकेट राउंड-अपः 19/07/2019- तेंदुलकर शामिल हुए आईसीसी हॉल ऑफ फेम में, वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया का चयन टला

क्रिकेट राउंड-अपः 19/07/2019- तेंदुलकर शामिल हुए आईसीसी हॉल ऑफ फेम में, वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया का चयन टला

सचिन तेंदुलकर के नाम एक और सम्मना जुड़ गया है। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को आईसीसी हॉल ऑफ फेम चुना गया है। वहीं दूसरी तरफ वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया का चयन फिलहाल टल गया है। वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया की घोषणा आज होनी थी, जो अब फिलहाल आज नहीं होगी।

आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में शामिल हुए ‘क्रिकेट के भगवान’ (आजतक)

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज एलन डोनाल्ड के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। 46 साल के सचिन इस प्रतिष्ठित सूची में जगह पाने वाले छठे भारतीय हैं। उनसे पहले 2018 में राहुल द्रविड़ को यह सम्मान मिला था। तेंदुलकर ने लंदन में आयोजित समारोह में कहा, ‘यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है।’ सचिन टेस्ट और वनडे दोनों में सबसे ज्यादा रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड रखते हैं। सचिन ने 200 टेस्ट मैचों में 53.78 की औसत से 15921 रन बनाए, जिसमें उनके 51 शतक शामिल हैं। साथ ही सचिन ने 463 वनडे इंटरनेशनल में 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए, जिसमें उनके 49 शतक शामिल हैं। इस तरह वह 100 अंतरराष्ट्रीय शतक जमाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं।

वेस्टइंडीज दौरे के लिए आज नहीं होगा चयन, जानिए क्यों टली बैठक (लाइव हिन्दुस्तान)

टीम इंडिया को अगले महीने वेस्टइंडीज दौरे पर जाना है। तीन-तीन मैचों की टी20 और वनडे सीरीज के बाद भारतीय टीम को दो टेस्ट मैज भी खेलने हैं। पहले चयन समिति की बैठक 19 जुलाई यानी कि आज होने वाली थी, लेकिन गुरुवार (18 जुलाई) रात में इस बैठक को टालने की बात सामने आई। अब टीम का चयन शनिवार (20 जुलाई) को हो सकता है। ये फैसला प्रशासकों की समिति (सीओए) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीअई) के बीच नए फरमान को लेकर हुए विवाद के कारण हुआ है। सीओए ने गुरुवार को अपना फैसला सुनाते हुए कहा है कि चयन समिति की बैठक में बोर्ड सचिव हिस्सा नहीं लेंगे और पूरी जिम्मेदारी चयन समिति के अध्यक्ष एम.एस.के प्रसाद की होगी। इस मामले से संबंध रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि सीओए के फैसले ने तय नीति में बदलाव को मजबूर किया है इसलिए टीम के चयन को एक दिन के लिए टाल दिया गया है।

अजहरूद्दीन लड़ेंगे हैदराबाद क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद का चुनाव (अमर उजाला)

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने गुरुवार को कहा कि जब भी चुनाव हुए तब वह हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) में अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘हां, मैं एचसीए अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ूंगा।’ एचसीए की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 21 जुलाई को होगी जिसमें इसके चुनावों के बारे में चर्चा किए जाने की संभावना है। गौरतलब है कि अजहरूद्दीन ने साल 2017 में भी एचसीए अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा था लेकिन इसे इस आधार पर स्वीकार नहीं किया गया था क्योंकि उन्होंने वर्ष 2000 में मैच फिक्सिंग में कथित भागीदारी के लिए उन पर लगाए प्रतिबंध को बीसीसीआई द्वारा हटाए जाने के सबूत पेश नहीं किए थे। बता दें कि अजहरूद्दीन ने भारत की ओर से 99 टेस्ट और 334 वनडे मैच खेले हैं। वह 1992, 1996 और 1999 विश्व कप में भारतीय टीम के कप्तान थे।

कैंसर से जूझ रहा यह पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान (दैनिक जागरण)

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने गुरुवार को कहा कि वह स्कीन कैंसर से जूझ रहे हैं, लेकिन 75 वर्ष के इस दिग्गज को एशेज सीरीज से पहले फिट होने की उम्मीद है। ऑस्ट्रेलिया के लिए 1964 से 1980 के बीच 75 टेस्ट खेल चुके चैपल ने पांच सप्ताह रेडिएशन थेरेपी कराई है। उन्होंने कहा, ‘जब आप 70 वर्ष के हो जाते हैं तो वैसे ही कमजोर हो जाते हैं, लेकिन पिछले कुछ साल से मैं इतना आदी हो चुका हूं। इस उम्र में आप सोचने लगते हैं कि अब अंत करीब है। मैंने अपनी मां जेनी की मौत देखी तो मुझे लगा कि इसका सामना करना ही होगा। जब रिची बेनो और टोनी ग्रेग गए जो मुझे फिर लगा कि यह सबके साथ होना है। अब मैं बुरी से बुरी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हूं।’

आईसीसी ने इस टीम पर तत्काल प्रभाव से लगाया प्रतिबंध (टाइम्स नाउ)

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गुरुवार को जिंबाब्वे क्रिकेट बोर्ड पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जिबांब्वे पर यह प्रतिबंध इसलिए लगाया गया है क्योंकि वह बोर्ड के कामकाज में सरकारी हस्तक्षेप को खत्म करने के अपने वादे को पूरा करने में नाकाम रहा है। आईसीसी के अध्यक्ष शशांक मनोहर ने इसका ऐलान करते हुए कहा कि जिंबाब्वे ने आईसीसी के संविधान को उल्लंघन किया है इसी वजह से उनपर प्रतिबंध लगाया गया है। हमने किसी सदस्य के निलंबन का निर्णय हलके में नहीं लिया है। हम चाहते हैं कि हमारे खेल भी राजनीतिक दखल से दूर रहे। जिंबाब्वे में जो हुआ वो आईसीसी के संविधान का गंभीर उल्लंघन है और हमें इस स्थिति को ऐसा ही नहीं बने रहने दे सकते। आईसीसी चाहता है कि जिंबाब्वे में क्रिकेट जारी रहे लेकिन ऐसा आईसीसी के संविधान के नियमों के अनुरूप हो।’